अभी भी बहुत से गाँव सड़कों से अच्छी तरह से जुड़े नहीं हैं और वहाँ बिजली की उचित आपूर्ति भी नहीं है। गाँवो में रहने वालों को शहरों या अपने गन्तव्य से जोड़ने के लिये और गरीबी हटाने की रणनीती के अन्तर्गत भारत सरकार ने प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना आरम्भ की है। इससे न केवल यातायात की सुविधा बढ़ेगी बल्कि आने-जाने में लगने वाले समय और पैसे की भी बचत होगी।
राज्य सरकारों द्वारा उपलब्ध कराए गए आँकड़ों के अनुसार लगभग 1.67 लाख बसावटों को बारहमासी सड़कों से जोड़ना इस योजना का लक्ष्य है। इसके लिये लगभग 3.71 लाख किलोमीटर लम्बी नई सड़कों का निर्माण किया जाएगा और 3.68 लाख किलोमीटर सड़कों को अपग्रेड करने की योजना है। लगभग 500 की जनसंख्या वाले मैदानी इलाकों और लगभग 250 की आबादी वाले पहाड़ी इलाकों के 1,78,000 बसावटों को बारहमासी सड़कों से जोड़ा जाना है जिसमें से लगभग 82 प्रतिशत को अब तक जोड़ा जा चुका है और शेष 47,000 निवासों को जोड़ने का काम भी प्रगति पर है। इस योजना के अन्तर्गत 2004 से 2014 तक सड़क निर्माण की औसत गति 98.5 किलोमीटर प्रतिदिन थी जिसे 2016-17 में बढ़ाकर 130 किलोमीटर प्रतिदिन किया गया।
अभी भी बहुत से गाँव सड़कों से अच्छी तरह से जुड़े नहीं हैं और वहाँ बिजली की उचित आपूर्ति भी नहीं है।